मतगणना स्थल पर पत्रकारों को कमरे की जगह टेंट की व्यवस्था किए जाने पर पत्रकार हुए नाराज तो दमोह कलेक्टर ने कहा टेंट में तो प्रधानमंत्री भी बैठते हैं।
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मतगणना स्थल पर पत्रकारों को कमरे की जगह टेंट की व्यवस्था किए जाने पर पत्रकार हुए नाराज तो दमोह कलेक्टर ने कहा टेंट में तो प्रधानमंत्री भी बैठते हैं।
बड़ी बड़ी खबरों के बीच छूट जाती हैं छोटी महत्वपूर्ण खबरें जिनसे होता है जनता का सीधा सरोकार छोटी महत्वपूर्ण खबरें जानने के लिए देखते रहे डेंजर भारत।
देश के पांच राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा मतदान के वाद अव लोग जिग्यासावस 3 दिसंबर को होने जा रही मतगणना की प्रतीक्षा कर रहे हैं जिसमें दमोह जिले की चारों विधानसभा क्षेत्र की मतगणना दमोह के पॉलिटेक्निक कॉलेज में कराई जानी है। मतगणना के पहले प्रशासन द्वारा मतगणना के कराए गए इंतजाम को लेकर आज एक पत्रकार वार्ता दमोह कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई जिसमें दमोह कलेक्टर अग्रवाल ने बताया 3 दिसंबर को
चारों विधानसभाओं के मतगणना के लिए आठ कक्ष बनाए गए हैं इसमें चारों विधानसभाओं के लिए चार कक्ष ईवीएम मतगणना के लिए हैं तो वही चार कक्ष वैलेट पेपर की गिनती के लिए बनाए गए हैं तो वहीं जनता के लिए सिटी चैनल एवं लोकल न्यूज़ चैनल और जिले के कई न्यूज पोर्टलों पर एवं निर्वाचन ऐप के जरिए मतगणना की राउंड बाय राउंड जानकारी एक साथ मिलती रहेगी। इसके साथ पॉलिटेक्निक कॉलेज से लेकर एसपी ऑफिस तक साउंड सिस्टम यानी कि माइक द्वारा राउंड बाय राउंड काउंटिंग की जानकारी बाहर खड़ी जनता को मिलती रहेगी साथ ही जबलपुर नाका मानस भवन और भी कई जगह प्रशासन द्वारा एलसीडी की व्यवस्था की गई है जिस पर लोग बैठकर व खड़े होकर पॉलिटेक्निक में चल रही काउंटिंग की कवरेज लाइव देख सकते हैं।
चुनाव आयोग के 2023 के दिशा निर्देश के अनुसार इस बार काउंटिंग की जो तैयारी की गई हैं वह पिछली बार से अलग हैं। पिछली बार काउंटिंग सभागृह यानी कि पॉलिटेक्निक के अंदर जहां अलग-अलग कमरों में काउंटिंग होती थी और अंदर ही मीडिया के लिए कवरेज व्यवस्था हेतु मीडिया रूम बनाया जाता था जिसमें फैक्स मशीन से लेकर इंटरनेट तक की सुविधा प्रशासन से मुहैया कराई जाती थी ताकि किसी पत्रकार को कवरेज करने में कोई भी परेशानी ना हो। चुनाव आयोग द्वारा इस बार पूरे पॉलिटेक्निक कॉलेज के अंदर कार्यपालिका एवं चुनाव आयोग जिला मजिस्ट्रेट की टीम रहेगी तो वही विधायक पालिका और चौथे स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार दोनों को पॉलिटेक्निक कॉलेज के बाहर से अंदर जाने की व्यवस्था की गई है जिससे आप आसान भाषा में समझ सके की एक तरफ ईवीएम मशीन और कार्यपालिका और चुनाव आयोग की टीम रहेगी तो दूसरी ओर मीडिया और नेताजन।
पुरानी व्यवस्थाओं में जहां पत्रकारों को अंदर बैठने की व्यवस्था की जाती थी अब नई व्यवस्था में पत्रकारों को और नेताओं को दूसरी गैलरी में रखे जाने से पत्रकार अपने आप को काउंटिंग की प्रक्रिया से दूर रखे जाने की बात कहते नजर आए तो कई पत्रकारों ने ग्राउंड पर प्रेस हाउस बनाए जाने को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला मजिस्ट्रेट की प्रेस वार्ता से बाहर आ गए। दमोह कलेक्टर से बात कर 3:00 बजे पुनः काउंटिंग स्थल का जायजा लेने की बात कही और पत्रकारों को काउंटिंग स्थल पर ले जाकर पूरी जानकारी दी गई जिसमें पत्रकारों ने अंदर ही एक जगह चिन्हित की है ।
पत्रकारों ने जब कलेक्टर अग्रवाल से कहा हम लोगों को टेंट में व्यवस्था की है तो कलेक्टर महोदय ने कहा टेंट में तो प्रधानमंत्री भी बैठते हैं इसका मतलब यह हुआ कि पत्रकारों को प्रधानमंत्री से अच्छी व्यवस्था चाहिए है क्या?अब देखना होगा पत्रकारों की बात मानी जाती है या पत्रकारों को बाहर ग्राउंड पर ही बैठना होगा
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