माँ वैष्णो देवी के नाम पर बेची जा रही शराब, आहत हो रही करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं!
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माँ वैष्णो देवी के नाम पर बेची जा रही शराब, आहत हो रही करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं!
दमोह से बड़ी खबर — धार्मिक आस्था और सामाजिक मर्यादाओं को ताक पर रखते हुए दमोह जिले में खुलेआम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर शराब की बिक्री की जा रही है। ये दृश्य शहर के प्रमुख बस स्टैंड के पास देखने को मिला, जहां “मां वैष्णो देवी एंड कंपनी” के नाम से शराब दुकान चलाई जा रही है।

गौर करने वाली बात ये है कि ये लाइसेंस 2025-26 के लिए वैध है, और दुकान पर बड़े-बड़े अक्षरों में “मां वैष्णो देवी” का नाम झलकता हुआ देखा जा सकता है। यही नहीं, इस ठेके के संचालक संतोष गंगेले एक ब्राह्मण समाज से हैं — एक ऐसा समाज जो सदियों से लोगों को धर्म, आस्था और सनातन संस्कृति की राह दिखाने वाला रहा है।

अब सवाल ये उठता है कि क्या धर्म और व्यवसाय का ऐसा भयानक मिलन स्वीकार्य है?
जब एक ओर पूरा देश गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की भक्ति में लीन है, तो वहीं दूसरी ओर मां वैष्णो देवी के नाम पर शराब बिकना धार्मिक भावनाओं को गहरी चोट पहुंचाता है।

हिंदू संगठनों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि यह सिर्फ वैष्णो देवी का नहीं, बल्कि समूचे हिंदू धर्म और परंपरा का अपमान है।
सवाल प्रसाशन से
क्या देवी-देवताओं के नाम पर मांस और मदिरा की दुकानें खुलना जायज़ है?
क्या लाखों का राजस्व, करोड़ों की श्रद्धा से बड़ा हो गया है?
क्या बीजेपी सरकार, जो खुद को हिंदू हितैषी बताती है, इन लाइसेंसधारियों पर कोई कार्यवाही करेगी?

शराब दुकान पर देवी के नाम का प्रयोग — आस्था या अपमान?
यह सिर्फ एक दुकान की बात नहीं है, जिले में चार शराब दुकानें इसी नाम से संचालित हो रही हैं।
अब देखना होगा कि क्या प्रशासन इस विषय को गंभीरता से लेगा, या फिर हिंदू संगठनों को इस अपमान के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ेगा।

डेंजर भारत न्यूज़ इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाता है और मांग करता है कि प्रशासन तुरंत कार्रवाई करते हुए ऐसे ठेकों के लाइसेंस निरस्त करे।
धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!
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