नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 81090 62404 , +91 81090 62404 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , दमोह में मिलावटखोरी पर बड़ी कार्रवाई, लेकिन सवालों के घेरे में खाद्य विभाग – क्या है अधिकारियों की मिलीभगत? – DB News – Danger Bharat News

लाइव कैलेंडर

December 2025
M T W T F S S
« Nov    
1234567
891011121314
15161718192021
22232425262728
293031  

LIVE FM सुनें

DB News – Danger Bharat News

www.dangerbharatnews.com

दमोह में मिलावटखोरी पर बड़ी कार्रवाई, लेकिन सवालों के घेरे में खाद्य विभाग – क्या है अधिकारियों की मिलीभगत?

1 min read
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

दमोह में मिलावटखोरी पर बड़ी कार्रवाई, लेकिन सवालों के घेरे में खाद्य विभाग – क्या है अधिकारियों की मिलीभगत?

दमोह। शहर में मिलावटखोरी का धंधा दिन-ब-दिन पैर पसारता जा रहा है। सोमवार को खाद्य विभाग की टीम ने टोपी लाइन स्थित बजाज किराना से 90 किलो मिलावटी घी जब्त किया। इसकी कीमत लगभग 22,500 रुपए बताई जा रही है। नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं।

लेकिन इस कार्रवाई से ज्यादा चर्चा अब खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर हो रही है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में मिलावटी घी अब जब्त हुआ है तो सवाल यह है कि यह कारोबार कब से और किसकी शह पर चल रहा था?

जनता का आरोप है कि दमोह में वर्षों से वरिष्ठ खाद्य अधिकारी राकेश अहिरवार की पदस्थापना बनी हुई है। इसी लंबे कार्यकाल ने मिलावटखोरों और अफसरों के बीच एक तरह का तालमेल खड़ा कर दिया है। यही कारण है कि रोज़-रोज़ छापे और कार्रवाई की सुर्खियां तो बनती हैं, लेकिन हकीकत में मिलावटखोरों का धंधा बदस्तूर जारी है।

चर्चा यह भी है कि खाद्य विभाग की कार्रवाइयां अक्सर सिर्फ अखबारों की सुर्खियों तक सीमित रहती हैं। अधिकारियों पर आरोप है कि वे अपने निजी पीआरओ तक रखते हैं, जो रोज़ाना प्रेस विज्ञप्ति बनाकर कार्रवाई को “बड़ी उपलब्धि” की तरह पेश करते हैं। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि शहर और ग्रामीण इलाकों में खुलेआम मिलावटी सामान बिक रहा है।

कई लोगों ने सवाल उठाया है कि –

अगर विभाग ईमानदारी से काम कर रहा है तो फिर दमोह में रोज़ मिलावटखोरी की खबरें क्यों आती हैं?

क्या विभाग केवल दिखावे के छापे मारकर जनता की आंखों में धूल झोंक रहा है?

आखिर क्यों मिलावटखोरों में जरा भी खौफ नहीं है?


सूत्रों की मानें तो यह मामला अब सिर्फ मिलावटी घी तक सीमित नहीं है, बल्कि कहीं न कहीं भ्रष्टाचार और मिलीभगत की बू भी दे रहा है। जनता खुलेआम कह रही है कि विभाग की ढिलाई और अफसरों की लंबे समय से जमी जड़ें ही इस खेल को फलने-फूलने दे रही हैं।

फिलहाल पुलिस और खाद्य विभाग ने कार्रवाई पूरी कर घी जब्त कर लिया है। अब देखना होगा कि प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद क्या वास्तव में कोई सख्त कदम उठाए जाएंगे या यह कार्रवाई भी पहले की तरह कागजी खानापूर्ति बनकर रह जाएगी।

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now