चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगी के मामले में शिकार हुए व्यक्तियों की शिकायत निवारण शिविर 17 अगस्त को! डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
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चिटफंड का अभ्यास भारत में एक बचत योजना के रूप में किया जाता है। एक कंपनी जी चिटफंड का प्रबंधन आयोजन तथा पर्यवेक्षण करती है जिसमें एक व्यक्ति (एजेन्ट), व्यक्तियों के समूह के साथ एक समझौता करता है जिसके तहत हर व्यक्ति निश्चित समय के लिये राशि जमा करता है तथा समय-समय पर समूह के प्रत्येक व्यक्ति को निश्चित अवधि के लिये राशि दी जाती है। अवैध चिटफंड कंपनियां एजेन्ट (जो ज्यादातर उसी गाँव व शहर के होते है) के माध्यम से समूह के लोगों को कम समय में दो गुना या तीन गुना पैसा वापिस करने का झांसा देकर

पैसे वसूल कर धोखाधड़ी करती है. ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। इस प्रकार की शिकायतों के निवारण के लिये एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया जा रहा इस शिविर में ऐसे धोखाधड़ी की समस्त शिकायतों को सुनकर उनके निराकरण की कार्यवाही की जायेगी।

इस आयोजित शिविर में कलेक्टर श्री तरुण राठी एवं पुलिस अधीक्षक श्री हेमंत चौहान मौजूद रहेंगे। शिविर पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर एवं समस्त थाना परिसर जिला दमोह में 17 अगस्त 2020 को प्रातः 11 बजे से 03 बजे तक आयोजित किया जाएगा।

अगर जिले में किसी व्यक्ति से चिटफंड कंपनी द्वारा अवैध पैसा वसूल कर धोखाधडी की गई है, तो तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाने में देवे तथा दिए गए टेलीफोन नंबरों पर संपर्क करें। पुलिस अधीक्षक जिला दमोह 9479991800, अति पुलिस अधीक्षक जिला दमोह 7587619001 पुलिस कंट्रोल रूम जिता दमोह 7587619008 के नम्बर पर भी सूचना दे सकते हैं।
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