मथुरा वृंदावन से आए पंडित रामकृपाल द्वारा संगीत में भागवत कथा की जा रही !संसार बंधन मुक्ति के लिए भगवत भक्ति जरूरी !
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दमोह । श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 18 फरवरी से 24 फरवरी पं राम दत्त पाराशर के निज निवास नया बाजार नंबर 5 बगिया में चल रहा है जिसमें तथा व्यास डॉ राम कृपाल त्रिपाठी महाराज जी वृंदावन के मुखारविंद से श्रोताओं को आज पंचम दिवस श्री कृष्णा जन्म के उपरांत कृष्ण जी की बाल लीलाओं का संगीतमय चित्रण किया गया। पुराना गोकुल आशय प्रदर्शित करते हुए गो के

अनेक पर्याय वाचियों से परिचित कराया। पूतना वध, माखन चोरी गोवर्धन पूजा के माध्यम से इंद्र ,गर्व, मर्दन आदि बाल लीलाओं का संगीतमय वातावरण में वाचन किया गया। इस दरमियान गीता महाभारत और रामायण समावेश पुरजोर तरीके से किया गया। इस जगत में प्रत्येक प्राणी जानता है की मृत्यु अटल है फिर भी वह बचने का प्रयास करता है। इस जगत में 6 कोश याने बंधन है इन से छुटकारे के लिए भगवत कृपा और भगवत भक्ति जरूरी है इस पृथ्वी पर मांधाता और श्री राम ही नृप हुये है जो जोकि पृथ्वी पति कहलाए। यशोदा को मिट्टी खाने के बहाने ब्रह्म दर्शन कराएं क्योंकि व्यक्ति के लिए रसोई, घट, पट और मठ,अति आवश्यक है। कृष्ण की बंसी बदन पर पांच बहनों गीत गोपियों द्वारा गायन किया गया। राम मनोहर गोस्वामी भी सक्रिय रहे। कथा का श्रवण और रसपान भक्तओ ने किया। इस दौरान पं रामाधीन पाराशर ,रामचरण पाराशर ,रामशरण पाराशर ,रामकृष्ण पाराशर एवं पाराशर परिवार के सदस्यों ने भगवान की आरती के बाद आभार प्रदर्शन एवं प्रसाद वितरण किया।
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