जय जिनेंद्र यानी ईमानदारी की गारंटी को बनाया एक ठग ने अपना हथियार जय जिनेंद्र बोलकर की लाखों की ठगी !ठगी का अनोखा रास्ता जरूर पढ़ें यह खबर ताकि आप भी हो जाएं खबरदार
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जैन व्यापारी ऋषभ कुमार जैन मेरी दुकान कचौरा माके्ट
में जैन प्रेस के नाम से करीब 15 वर्षो से संचालित हैं।
दिनांक 25/02/2021 को व्यापारी के पास समय 4:33 दिन मे किसी सुनील जैन के नाम से फोन आया बोला जय जिनेंद्र भाई साहब

और बोला की भैया हमारी थोड़ी मदद कर दो और मे आपसे परिचित हूँ और में परिचय जानने की कोशिश करता
रहा, और उसने अपना दुखड़ा सुनाते हुये मुझे आपनी बातों में फसा लिया। भैया मे परेशान हूँ मैंने सीमेन्ट का काम

डाला है, मेरा एक पेमेन्ट आ रहा तुम रखा लो मे कभी भी आ कर उठा लूगा, उसके बाद 4:41 पर पुनहः फोन आया
की जैन साहब मैने तुम्हारा नम्बर दे दिया है, पैसा रख लेना तो मेने मना करना चाहा और भैया अपन कब मिले है,
हम आपको पहचान नहीं पा रहे है तो ठग बोलता है कि अपन 1 माह पहले मिले थे और आयेगे तो मिल लेगे और आप देखकर पहचान जाएंगे। व्यापारी में कुछ
और सोचता की (111400) पैसा लेकर बांसा से एक व्यक्ति आ गया । मैंने उससे पैसा ले लिया।
ठग का तीसरी बार फोन आ गया 4:58 बजे की पैसा मिल गया, मैने बोला हा, व्यापारी ने पूछा तुम कितने बजे आओगे, तो वह बोला अब कुछ
बात नहीं, हम चाह जब लें ले हे, और वह अन्य जैन समाज के लोगों के नाम बता कर मुझे फसाता चला गया। तो मैंने

उसे कहा की भैया मे पैसा लेकर थोड़ी घूमूगा मुझे भोजन करने जाना है। ठग का चौथी बार 5:29 बजे पर उसका फोन आता है की मे एक
लड़के को भेज रहा हूँ !मैने कहा की मैं उस लड़के को कैसे पहचानूगा कोई पहचान वाला तो भेजो तो बोला की हम
पहचान वाला कहा से लाये हम तो लेवर को ही भेजेगे। और साथ मे बड़े लोगो के नाम बताते हुये मुझे कनफ्यूज
करता चला गया ज्यादा सी है तो मोबाइल भेज देगे जोन से हम बात कर रहे है मैने कहा ठीक है भेजो उसके बाद! 5:30
पर फोन आया अरे आर लड़का जल्दी में निकल गया है हम उसकी पहचान बता देते है। और उसने पहचान बतलायी और

मैने उसका नाम और मो. नम्बर पूछ कर उसको पैसा दे दिये।
कुछ समय बाद जिस व्यक्ति ने पैसे हमारे यहां रखे हुए थे देने के लिए 6:29 बजे पर श्री वेद परिहार नाम के व्यक्ति का फोन आता है की हमारे पास माल नहीं पहुचा है हमने
पैसा आपको दिया था हम आप से लेगे । व्यापारी जबकी में दोनों व्यक्ति से परिचित नहीं था मोबाइल पर मिलती जुलती

आवाज के कारण मेरे से व्यक्ति को पहचाने में गलती हुई है जिसे मे स्वीकार करता हूँ।
उक्त घटना की सम्पूर्ण रिकार्डिंग मेरे मोबाईल मे सेव हो गयी है । व्यापारी ने दमोह पुलिस अधीक्षक को यह सभी बातें लिखित शिकायत में देकर इस मामले की जांच की मांग की है!कहानी आप सभी समझ गए होंगे एक जैन व्यापारी को जय जिनेंद्र कह कर ठग ने बनाया अपना शिकार
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