बजरंग दल के ज्ञापन के बाद आज दमोह के कसाई मंडी निवासियों ने भी दिया सिटी कोतवाली को ज्ञापन!
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बजरंग दल के ज्ञापन के बाद आज दमोह के कसाई मंडी निवासियों ने भी दिया सिटी कोतवाली को ज्ञापन!
कल बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के द्वारा एक ज्ञापन एस पी महोदय को और दूसरा ज्ञापन प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा को दिया गया था जिसमें दमोह में हो रही गोकशी को लेकर और हिंदूवादी संगठनों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई थी कि दमोह में बढ़ रहे गोकशी के मामले और दमोह जिले में बनाई जा रही अवैध मजारों को लेकर प्रशासन से संज्ञान लेने की बात कही गई थी!
बजरंग दल के जिला अध्यक्ष पवन रजक द्वारा शासकीय भूमि पर हो रहे अवैध मजारों को बनाने वालों को जिहादी बताया गया था!
पवन रजक की कुछ बातों को लेकर कसाई मंडी इलाके के लोगों द्वारा आज सिटी कोतवाली पहुंचकर एक ज्ञापन दिया गया जिसमें कहा गया कि बजरंग दल के पवन रजक द्वारा लोगों को भड़काया जा रहा है
और दमोह जिले का माहौल खराब करने में लगे हुए हैं हमारी समाज के द्वारा कहीं भी अतिक्रमण नहीं किया गया है अगर कोई भी अतिक्रमण किए हो तो उस जगह को सरकार द्वारा खाली करा लिया जाए क्योंकि हमारी जो भी मस्जिदें बनी हुई है वह सब लीगल तरीके से बनाई गई हैं उनके द्वारा बार-बार झूठे ज्ञापन दिए जाते हैं इन्होंने पूर्व में लाइन मस्जिद के अतिक्रमण को लेकर भी ज्ञापन दिया था जो कि सही नहीं पाया गया और उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकारी जगह पर कोई भी मंदिर या मस्जिद बनी हो तो वह खाली करा ली जाए हम लोगों को उसमें कोई दिक्कत परेशानी नहीं होगी!
हिंदू संगठनों का कहना है कि हम लोगों ने किसी भी मस्जिद के बारे में कोई ज्ञापन नहीं दिया हमारा ज्ञापन केवल अचानक से बन रही नई नई मजारों को लेकर था जैसे कि आपको बता दें कि पिछले लॉकडाउन में नौ गजा पहाड़ पर अचानक से 5 से अधिक मजारे बना दी गई जो मजारे बनने के स्वरूप को लेने वाली थी उसी वक्त प्रशासन को इस बात से अवगत कराया गया था कि पहाड़ी के ही पत्थर को उठाकर मजार नुमा बनाकर यहां पर असामाजिक तत्वों द्वारा नौ गजा पहाड़ी पर अवैध कब्जा किया जा रहा है ऐसी ही जिले के कई क्षेत्रों में फर्जी मजारे बनाई जा रही हैं जो कभी वजूद में ही नहीं थी
अचानक से ही उनका स्वरूप रातों-रात दिखाई देने लगा तो उसकी शिकायत हमारे हिंदू संगठनों द्वारा की गई है ना की किसी भी तरह से कानून व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की गई है और हिंदू संगठनों के अध्यक्षों ने बताया कि अगर यह बात करते हैं कि सरकारी जगह पर मंदिर बना हो तो वह भी मिटाया जाए तो इन्हें हम याद दिला दें कि कई सालों पहले हमारे जिले के प्राचीन मंदिरों को सरकार द्वारा ध्वस्त कर दिया गया लेकिन हम लोगों ने विकास के नाम पर कुछ नहीं कहा और आज भी हमारे देवी देवता मंदिर की आस में है सरकार द्वारा पथरिया फाटक स्थित मारुति मंदिर को हटा दिया गया बैहराम टॉकीज के बाजू में शिव मंदिर हटा दिया गया घंटाघर से अस्पताल के पहले गेट के सामने प्राचीन बजरंगबली का मंदिर हटा दिया गया तीन गुल्ली चौराहे पर प्राचीन बजरंगबली का मंदिर हटा दिया गया ऐसे कई मंदिर प्रशासन ने हटाए हैं तब हम लोग भी क्यों ना यह मांग करें कि जब हिंदुओं के मंदिर हटाए जा सकते हैं तो सरकारी जगह पर अवैध कब्जे में बनी मजारों को क्यों ना हटाया जाए
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