एकलव्य विश्वविद्यालय मैं सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के दूसरे दिन मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव। डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
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एकलव्य विश्वविद्यालय मैं सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के दूसरे दिन मनाया गया आजादी का अमृत महोत्सव। डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एकलव्य विश्वविधालय में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर जहां पूरे देश में अमृत महोत्सव के तौर पर मनाया जा रहा है उसी कड़ी में सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के दूसरे दिन एकलव्य विश्वविद्यालय में आज जहां शहीदों को याद कर उनकी जीवन गाथा के बारे में सभी वक्ताओ द्वारा छात्र छात्राओं को अवगत कराया आजादी के महानायक के साथ मिलकर आजादी के लिए लड़ने वाले दमोह के पूर्व स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियो को भी याद किया गया उनके परिजनों को सम्मानित कर शाल श्रीफल और माला पहनाकर उनका सम्मान किया गया दमोह के पूर्व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में शामिल!

स्वर्गीय श्री झुन्नी लाल वर्मा स्वर्गीय श्री पी डी शेलार स्वर्गीय श्री राजाराम जी बजाज प्रेम शंकर धगट कोमल चंद्र मोदी श्री रघुवर प्रसाद सिंघाई श्री रतन चंद जैन के परिजनों को सम्मानित कर उन्हें याद किया गया एकलव्य यूनिवर्सिटी के कुलपति पवन जैन द्वारा आर एस एस की प्रशंसा के साथ-साथ उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में खुलकर बताया कि यह देशभक्ति जनसेवा के कार्य में तत्तपर रहने वाला संगठन है और कुलपति महोदय पवन जैन द्वारा दमोह पत्रकारों को साल श्रीफल से सम्मानित किया गया जिसमें राजेंद्र जैन अटल जन जन जागरण बी डी शर्मा न्यूज़ 24 नरेंद्र अठ्या Dcn तनुज पाराशर डेंजर भारत प्रमुख अभिषेक जैन विवेक जैन अनुराग बजाज अकरम खान आशीष राजोरिया जी को एकलव्य के कुलपति पवन जैन ने सम्मानित किया एकलव्य


यूनिवर्सिटी की संस्थापक सुधा मलैया जी ने अपने उद्बोधन में बताया कि हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया हमें अंग्रेजों से आजादी के बारे में बताया गया जबकि 200 साल अंग्रेजों ने राज किया उससे पहले हमारे ऊपर मुगलों ने राज किया चापलूस इतिहास कारों द्वारा चापलूसऔ ने महान बताया और यही इतिहास हमें पढ़ाया गया जबकि मुगलों की गुलामी के बारे में आज तक नहीं पढ़ाया जा रहा है ना ही अपनी हिंदी संस्कृति के बारे में पढ़ाया जा रहा है आज के बच्चों को 1 से 100 तक की गिनती नहीं आती हिंदी में लेकिन सभी बच्चे अंग्रेजी फर्राटे से बोल रहे हैं देश के पहले गृहमंत्री रहे सरदार बल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए बताया कि कैसे देश के सभी राजे रजवाड़ों को भारत में शामिल किया और भारत को अखंड बनाया हैदराबाद के नवाब को कैसे घुटनों पर लाकर भारत में मिलाया सरदार बल्लभ भाई पटेल को जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी ना देकर एक बहुत बड़ी गलती की जिसका खामियाजा 75 साल से देश भुगतता आ रहा है नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज जम्मू कश्मीर को भारत का अभिन्न


अंग बना दिया गया धारा 370 35a हटाकर और आज भारत में पुरातत्व को देखने आने वाले लोग भी आक्रांताओं की विरासत देखते हैं जबकि सैकड़ों जैन मंदिर तोड़कर चारमीनार बनाये गये जिसके अवशेष

चारमीनार के चारों तरफ फैले हुए हैं और हमारी किताबों में अकबर और बाबर और टीपू सुल्तान को महान बताया गया जबकि यह भारत में लूट खसूट करने आए आक्रांता थे कभी हमारे इतिहास में शिवाजी महाराज और महाराणा प्रताप चंद्रशेखर भगत सिंह सुखदेव राजगुरु को इन आक्रांता से ज्यादा तवज्जो नहीं मिला यही वजह है कि आज की पीढ़ी अपने हीरो को नहीं जानती
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