बड़ी बड़ी खबरों के बीच छूट जाती हैं छोटी महत्वपूर्ण खबरें जिन से होता है जनता का सीधा सरोकार छोटी महत्वपूर्ण खबरें देखने के लिए देखते रहे डेंजर भारत
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CEC सुशील चंद्र ने कहा कि इस बार पांच राज्यों के चुनाव में कुल 18.34 करोड़ मतदाता हैं, इनमें सर्विस मतदाता भी शामिल हैं. इनमें से 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं. कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. इनमें से 11.4 लाख लड़कियां पहली बार वोटर बनीं हैं।
सात चरणों में होंगे पांचों राज्यों के चुनाव, 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान, 10 मार्च को मतगणना।
पांचों राज्यों में 15 जनवरी तक रोडशो-पदयात्रा पर रोक, चुनाव आयोग ने जारी किए अहम दिशानिर्देश।
UP में 7 चरणों में होंगे चुनाव, पहले फेज 10 फरवरी को वहीं आखिरी 7 मार्च को, 10 को आएगा परिणाम।
चुनाव आयोग ने कहा, कोरोना वायरस के बीच चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण लेकिन यह हमारा कर्तव्य!

COVID-19* भारत में 24 घंटे में मिले कोरोना के 1.41 लाख केस, एक दिन पहले से 21 फीसदी ज्यादा, सक्रिय मरीज अब पांच लाख के करीब।
COVID-19* महज एक सप्ताह में दो करोड़ किशाेरों को लगा कोरोना का टीका, स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी।
‘डेल्टा लहर और आज की लहर में बहुत फर्क…’, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री बोले- घबराने की बात नहीं।
पीएम की सुरक्षा में सेंध* पंजाब के जांच दल पर सवालिया निशान, केंद्र ने कहा- प्रदर्शनकारियों के साथ चाय की चुस्की ले रही थी पुलिस।
पीएम की सुरक्षा में चूक का मामला-* गृह मंत्रालय ने पंजाब के डीजीपी को जारी किया नोटिस, शाम तक मांगा जवाब।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन बोले- दिल्ली में आज आएंगे 20 हजार केस, सात हजार इलाके पूरी तरह सील।
चुनाव से ठीक पहले पंजाब में बदला DGP, सीएम चन्नी के कार्यकाल में तीसरे पुलिस प्रमुख का नियुक्ति।
चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है, नगर निगम चुनाव जीतने के बावजूद भारती जनता पार्टी का मेयर बना लिया गया, मेयर बनीं भाजपा की सरबजीत कौर।
पंजाब* AAP के टिकट बंटवारे पर जबरदस्त हंगामा, ‘राघव चड्ढा चोर है’ के लगे नारे, पीछे के दरवाजे से निकलना पड़ा।
फिर बिगड़ा मौसम* पहाड़ों से लेकर दिल्ली- एनसीआर में रात से ही बारिश का सिलसिला जारी।
वैक्सीन न लेने वालों सावधान* मुंबई में ऑक्सीजन सपोर्ट पर 96 फीसदी वही मरीज जिनका टीकाकरण नहीं हुआ।
कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को अब तक हल्का माना जा रहा है। शायद इसलिए भी क्योंकि बीते साल डेल्टा वेरिएंट की तुलना में यह कम जानलेवा है लेकिन अगर किसी ने कोरोना टीका नहीं लिया है तो उसके ओमिक्रॉन भी कहर बरपा सकता है। मुंबई के आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं। यहां कोरोना से संक्रमित जिन लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखे जाने की जरूरत पड़ रही है, उनमें से अधिकांश ने टीका नहीं लिया है। बृहन्मुंबई नगरपालिका के मुखिया ने इसकी जानकारी दी।
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