नकबजनी के प्रकरणो मैं कार्यवाही के दौरान पुलिस को मिली थी चोरी की घटनाओं में सफलता। क्या वजह है कि चेकिंग के दौरान नहीं पकड़े जा रहे अपराधी।
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नकबजनी के प्रकरणो मैं कार्यवाही के दौरान पुलिस को मिली थी चोरी की घटनाओं में सफलता। क्या वजह है कि चेकिंग के दौरान नहीं पकड़े जा रहे अपराधी।
ऐसा ही अगर चलानी कार्रवाई के दौरान दमोह एसपी के दिशा निर्देश का पालन किया जाए तो दमोह में बढ़ते हुए अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
अगर दमोह पुलिस दमोह एसपी के दिशा निर्देश पर चले दो यातायात चेकिंग के दौरान पकड़े जा सकते हैं हथियार रखे हुए बदमाश। क्योंकि पिछले दिनों फरार आरोपियों पर सख्ती से की गई कार्यवाही के दौरान अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह का किया गया था खुलासा। वैसे ही अगर दमोह पुलिस यातायात चालानी कार्रवाई के दौरान दमोह एसपी राकेश सिंह के दिशा निर्देश पर चले तो पुलिस को दमोह जिले में हो रही चाकूबाजी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में कामयाबी मिल सकती है।
चेकिंग के दौरान कुछ सिपाही फोन चलाते दिखाई दे रहे हैं तो कुछ पान की दुकान पर देखे जा सकते हैं।
एसपी दमोह द्वारा दिए गए दिशा निर्देश का नहीं किया जा रहा है सख्ती से पालन।
दमोह एसपी राकेश सिंह द्वारा लगातार पुलिस को दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं कि यातायात वाहनों की चेकिंग के दौरान लोगों की खाना तलाशी ली जाए ताकि दमोह में बढ़ती चाकूबाजी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके और लोगों में दहशत हो की। शहर में खुलेआम चाकू लेकर घूमने वाले लोग कहीं भी चेकिंग होने पर पकड़े जा सकते हैं। पिछले कई दिनों से टॉकीज चौराहे पर निरंतर 2 से ढाई घंटे चली चेकिंग के दौरान कई गाड़ियों को पुलिस द्वारा पकड़ा गया और करीब 5 से 6 चालान काटे गए किसी भी वाहन चेकिंग के दौरान संदिग्धों की तलाशी नहीं ली गई जिससे दमोह एसपी द्वारा दिए गए दिशानिर्देश का पालन करती दमोह की पुलिस दिखाई नहीं दे रही आपको बता दें कि बीते दिनों पुलिस द्धारा की जा रही सघन जांच के दौरान कई बदमाशों से हथियार पकड़े गए थे इसके बावजूद भी क्या वजह है कि अब पुलिस मात्र चालानी कार्यवाही में जुटी हुई है वह भी टारगेटिंग चालानी कार्यवाही करती है कोटा खत्म हो जाने के बाद चालानी कार्यवाही बंद कर दी जाती है ।बस पांच से छः चालान का टारगेट लेकर पुलिस चेकिंग लगाई जा रही है।
दमोह पुलिस द्वारा टॉकीज चौराहे पर तीनों रास्तों पर पुलिस यथावत तरीके से चालानी कार्यवाही भी करती नहीं दिखाई दी 6 से 8 सिपाही एक ही जगह खड़े होकर किसी को भी अचानक से पकड़ने लगते हैं जिससे बाइक चलाने वाले अपने ऊपर हमला जान बाइक को अंधाधुंध तरीके से भगाने लगते हैं जिससे कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है जबकि पुलिस को चाहिए कि हर रास्ते पर दो-दो सिपाही खड़े हो और सरकार द्वारा दिए गए प्रशिक्षण का इस्तेमाल कर एक-दूसरे को सीटी द्वारा संकेत कर वाहन को पकड़ा जाए ताकि कोई भी ट्राफिक का नियम तोड़कर पुलिस से बच ना सके और कोई भी अप्रिय घटना भी ना हो अगर पुलिस अपने प्रशिक्षण का सही इस्तेमाल करती है तो कोई भी ट्राफिक का नियम तोड़कर चालानी कार्यवाही से बचकर नहीं जा सकता । अगर पुलिस यूं ही चालानी कार्यवाही करती रही तो कभी ना कभी किसी बाइक सवार भागने के दौरान किसी दुर्घटना का शिकार हो सकता है
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