दमोह जिले के पथरिया थाना प्रभारी के खिलाफ लगातार क्यों हो रहे ज्ञापन। पथरिया थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली पर लगातार उठ रहे सवाल। डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
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पथरिया पुलिस पर शराब माफिया के इशारे पर काम करने के लगे आरोप
पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन
दमोह। पथरिया पुलिस अपनी कार्य प्रणाली को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रही है। एक बार फिर अवैध शराब पकड़ने को लेकर पथरिया पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। दरअसल 13 मार्च को पथरिया पुलिस ने सूने मकान से अवैध शराब की कुछ पेटियां बरामद की थी।
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया की मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पथरिया के वार्ड क्रमांक 8 में दविश दी गई जहां से 9 पेटी देशी अवैध शराब एवं 8 हथगोले जब्त किए गए। पुलिस द्वारा अवैध शराब जब्त कर थाने लाई गई और आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ की गई, जिसके बाद तीन व्यक्तियों को आरोपी बनाकर आबकारी एक्ट 34/2 व विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। थाना प्रभारी रजनी शुक्ला ने बताया कि मामले में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें महेन्द्र उर्फ मुलू, जितेंद्र उर्फ भीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है वहीं एक आरोपी रूपेश प्रजापति फरार है।
मामले के विरोध में पथरिया वार्ड क्रमांक 8 के लोगों ने पुलिस अधीक्षक दमोह को आवेदन देकर उचित जांच की मांग की है। वार्डवासियों का आरोप है की पथरिया पुलिस के द्वारा शराब ठेकेदार के इशारे पर नगर के युवाओं पर अवैध शराब के झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं। ज्ञापन के अनुसार पथरिया पुलिस ने करीब 9 पेटी शराब लावारिस हालत में जब्त की थी। बाद में पथरिया पुलिस ने पीड़ितों को घर से उठाकर उन पर अवैध शराब के साथ साथ हथगोला की बरामदगी दिखाई। ग्रामीणों का आरोप है की पुलिस ने शराब माफिया के कहने पर फर्जी एफआईआर दर्ज की है जिसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।
वहीं दूसरी खबर भी पथरिया से अवैध शराब बेचने से रोका तो अपहरण कर पीटा।
पथरिया थाना क्षेत्र के बांसा कला गांव के युवक ने शराब ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा अपहरण कर मारपीट करने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। शुक्रवार को पीड़ित पक्ष अपने गांव के दर्जनों लोगों के साथ एसपी राकेश कुमार सिंह के पास पहुंचे और उन्हें पूरे घटना की जानकारी दी।
बांसा कला निवासी दीपेश ठाकुर ने बताया कि 18 मई की रात वह अपने साथी विश्वजीत के साथ किंद्रव गांव से एक शादी समारोह से लौट रहा था। तभी पथरिया शराब ठेकेदार के कर्मचारी लक्ष्मण रजक, ओंकार रजक, चन्नू रजक और कई अन्य लोगों ने बोलेरो से रास्ता रोका और कनपटी पर पिस्टल अड़ाकर बलपूर्वक बोलेरो में बिठा कर ले गए।
अपहरण के बाद उन्होंने मारपीट की। बड़ी मुश्किल से आरोपियों के चंगुल से जान बचाकर भागा। इसके बाद भी आरोपियों ने धमकी दी कि यदि पुलिस में शिकायत की तो जान से मार देंगे या फिर झूठे मामले में फंसा देंगे। पीड़ित ने एसपी को बताया कि कुछ दिन पहले भी पथरिया के कुछ युवाओं पर शराब ठेकेदार ने पथरिया पुलिस से सांठगांठ कर इसी तरह झूठे मामले दर्ज करवाए हैं।
युवक नही चाहते की गांव में अवैध शराब बिके
पीड़ित दीपेश ठाकुर ने बताया कि वह अपने गांव में अवैध शराब की बिक्री बंद कराना चाहते हैं। गांव के लोगों ने समिति बनाई है। इसी बात से पथरिया दुकान शराब कंपनी से जुड़े आरोपी लक्ष्मण रजक और उनके साथियों को बुरा लगा है इसलिए रात में उन्होंने मेरा और मेरे साथी का अपहरण किया। जो वही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और इस वक्त शहर में जमकर वायरल है। उसके बाद मारपीट की। एसपी को बताया कि पथरिया पुलिस हमारे खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर सकती है, इसलिए हम आपके पास शिकायत लेकर आए। पीड़ित पक्ष की बात सुनने के बाद दमोह एसपी राकेश कुमार सिंह ने पथरिया थाना पुलिस को फोन पर ही इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे।
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