संत समाज की अगुवाई में हिंदू समाज ने की आम सभा, निकाली रैली दिया राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन।बांग्लादेशियों को कड़ा संदेश: बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में सनातन चेतना मंच ने भरी हुंकार।
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दमोह। बांग्लादेश में मजहबी कट्टर पंथियों द्वारा हिन्दू समुदाय पर हो रहे अत्याचार के विरोध में बुधवार की दोपहर करीब 01 बजे स्थानीय तहसील ग्राउंड मैदान पर सनातन चेतना मंच के बैनर तले संतो की अगुवाई में करीब हजारो से भी अधिक हिन्दू समाज एकत्रित हुआ ओर एक विशाल आम सभा भी संबोधित की गई। आमसभा के मुख्य वक्ता आंनद धाम पीठाधीश्वर के पूज्यनीय परम पूज्य संत श्री रंजीतानंद जी महाराज ने उपस्थित सनातन चेतना मंच व जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि
अत्याचार करने वाले अत्याचारी को समाप्त करने का भी पाप नहीं लगताः श्री महंत अत्याचार करने वाले अत्याचारी को अगर समाप्त भी कर दिया जाए तो उसका भी पाप नहीं लगता साथ ही उन्होंने कहा कि गद्दी पर बैठे हुए राजा की यह जिम्मेदारी होती है कि वह अपनी प्रजा की रक्षा करे बांग्लादेश में तो राजा ही भक्षक बना हुआ है। वहीं श्री प्रिया शरण जी महाराज श्री वृंदावन ने कहा कि जो हमारे टुकड़ों पर पला वह अब वह ही हिंदुओं पर अत्याचार कर रहा है। में उपस्थित हजारों हजार
हिन्दू समाज में मुझे छत्रपति
शिवाजी, श्रीकृष्ण व श्रीराम की छवि दिखाई पड़ती है। सनातन चेतना मंच दमोह के विशाल मंच पर प्रमुख रूप से कथा वाचक सुश्री किशोरी वैष्णवी जी, दमोह के वरिष्ठ वृद्धिजीव अटल राजेन्द्र जैन जी,प्रयागराज उप्र से राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल जी, नगर पुरोहित पंडित चंद्रगोपाल पौराणिक जी, आशीष कटारे जी,मोनू पाठक जी, राहुल शास्त्री जी, महेश शर्मा जी, दिलबाग सिंह जी,सनातन चेतना मंच जिला दमोह की विशाल धरना एवं रैली में सकल हिन्दू समाज जिला दमोह की प्रमुख समाजों में प्रमुख रूप से ब्राह्मण समाज, यादव समाज, लोधी समाज, राजपूत समाज,गायत्री परिवार, कुर्मी क्षत्रिय समाज, सिख समाज,सिंधी समाज,जैन समाज, महाराष्ट्रीयन समाज,अहिरवार समाज संघ,सरदार सेना,वंशवती समाज,नेमा समाज, विश्वकर्मा समाज,रजक समाज,सेन समाज, चक्रवर्ती समाज, रैकवार समाज, प्रजापति समाज,अठया समाज,कोरी समाज,राय समाज, नामदेव समाज, सोनी समाज, असाटी समाज,सेनी समाज,बंसल समाज, अग्रवाल समाज, कुशवाहा समाज, केसरवानी गुप्ता समाज, श्रीवास्तव समाज, बाल्मीकि समाज, राठौर समाज,खटीक समाज, ताम्रकार समाज, साहू समाज, वैश्य समाज,घोषी समाज के समस्त अध्यक्ष और प्रमुख जनों के अलावा साथ ही शहर के अधिकांश समाज सेवी संगठन,सामाजिक संगठन, व्यापारिक संगठन,धार्मिक, संगठन, हिंदू,संगठन, सभी राजनैतिक दल,छात्र
संगठन,नगर के युवा सहित हजारों से भी अधिक हिन्दू समाज ने रैली निकाल कर अपनी हुंकार भरी रैली तहसील ग्राउंड मैदान से प्रारंभ होकर पुराना पुलिस कंट्रोल रूम,जेल पैट्रोल पंप, बिहारी लाल गौतम तिराहा, महाराणा प्रताप चौक से होती हुई कलेक्टर कार्यालय पहुंची
जहां सनातन चेतना मंच के संयोजक दिनेश चौबे जी ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित
ज्ञापन का वाचन किया और संत समाज के साथ दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर जी को ज्ञापन सौंपा गया। विशाल धरना का संचालन सनातन चेतना मंच के जिला सह संयोजक मोंटी रैकवार,पवन रजक, विशाल रैली का संचालन सनातन चेतना मंच के जिला सह संयोजक प्रमोद विश्वकर्मा और आभार सनातन चेतना मंच की जिला सह संयोजक गिरिजा त्रिपाठी के द्वारा व्यक्त किया गया।
सनातन चेतना मंच को दिलाया संकल्प
विशाल आम सभा में साधु-संतों ने उपस्थित जन समुदाय को संकल्प दोहरवाया उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और उनके समर्थन में सदैव खड़ा रहने का संकल्प करता हूं। मैं संकल्प करता हूं कि बांग्लादेश के पीड़ित हिन्दू समुदाय के सम्मान, सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाने और समाज में जागरूकता फैलाने हेतु सक्रिय भागीदारी निभाऊंगा मैं भाषा, क्षेत्र और जाति के नाम पर नहीं बँटने का संकल्प करते हुए। सनातन समाज के कल्याण व एकता के लिए कार्य करने की भी प्रतिज्ञा करता हूं । भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के नाम संबोधित ज्ञापन दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर को दिया गया जिसमें कहा गया कि हम भारत के नागरिक, आपका ध्यान बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर हो रहे लगातार अत्याचारों और उनके मानवाधिकारों के हनन की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। हाल के वर्षो में बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक, विशेषकर हिन्दू समुदाय, अत्यंत कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। धार्मिक असहिष्णुता, मंदिरों और पूजा स्थलों पर हमले, महिलाओं पर यौन हिंसा, संपत्ति की जबरन हड़प, और जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बांग्लादेश, जो भारत का निकटतम पड़ोसी देश है, धार्मिक सहिष्णुता और मानवाधिकारों के लिए जाना जाता था। लेकिन दुर्भाग्यवश, पिछले कुछ वर्षों में वहां हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हमले और उत्पीड़न की घटनाएं तेजी से
बढ़ी हैं। बांग्लादेश में विभिन्न
मौकों पर दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले, देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित करना, मंदिरों को जलाना, और हिन्दू परिवारों को उनके घरों से बेदखल करना आम होता जा रहा है। इन घटनाओं ने न केवल बांग्लादेश के हिन्दू समाज को भयभीत किया है, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वहाँ धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं। भारत, जो विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, ऐसे समय में चुप नहीं रह सकता जब हमारे पड़ोसी देश में धार्मिक उत्पीड़न हो रहा हो। राष्ट्रपति से की अपील बांग्लादेश के हिन्दुओं की यह पीड़ा और संकट न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है,बल्कि यह सभ्यता और सहिष्णुता के लिए भी चुनौती है। सनातन चेतना मंच भारत वासी ये आशा करते हैं कि आप अपनी
संवेदनशीलता और नेतृत्व के माध्यम से इस गंभीर मुद्दे पर हस्तक्षेप करेंगी और भारत सरकार को उचित कदम उठाने के लिए निर्देशित करेंगी। आपके समय और विचार के लिए हम हृदय से आभार व्यक्त करते हैं। हमें विश्वास है कि आपकी पहल बांग्लादेश के हिन्दू समुदाय को सुरक्षा और सम्मानपूर्ण जीवन
प्रदान करने में सहायक होगी।
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