दमोह में जुआ पर कार्रवाई – कोतवाली पुलिस ने पकड़े 18 जुआरी, 1.70 लाख की जप्ती लेकिन सवाल बरकरार: क्या पुलिस की मिलीभगत से शहर में फल-फूल रहा जुआ-सट्टा कारोबार?
1 min read
|
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|

दमोह में जुआ पर कार्रवाई – कोतवाली पुलिस ने पकड़े 18 जुआरी, 1.70 लाख की जप्ती
लेकिन सवाल बरकरार: क्या पुलिस की मिलीभगत से शहर में फल-फूल रहा जुआ-सट्टा कारोबार?
दमोह। डेंजर भारत न्यूज की 12 सितंबर की खबर के बाद आखिरकार सिटी कोतवाली पुलिस की नींद टूटी और मंगलवार रात कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जुआ फड़ पर दबिश दी। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 18 जुआरियों को पकड़कर उनके पास से नगदी, 13 मोबाइल फोन और ताश के पत्तों सहित करीब 1 लाख 70 हजार रुपये का मशरूका जप्त किया। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।

यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजीत सिंह भदौरिया और सीएसपी एचआर पांडे के मार्गदर्शन में टीआई मनीष कुमार व उनकी टीम द्वारा की गई। कार्रवाई में एएसआई अलजार सिंह सहित कई प्रधान आरक्षक और आरक्षकों की भूमिका सराहनीय रही।
पुलिस की कार्रवाई सराहनीय, पर सवाल भी कई
जुआ पर यह कार्रवाई निश्चित रूप से सराहनीय है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि शहर में खुलेआम फल-फूल रहे जुए के अन्य अड्डों पर पुलिस की नजर क्यों नहीं पड़ रही?

कोतवाली थाना क्षेत्र के कई वार्डों के लोग लगातार शिकायतें कर रहे हैं कि उनके मोहल्लों में गली-गली ताश की बाजियां और सट्टा संचालित हो रहा है, लेकिन पुलिस वहां कोई दबिश नहीं देती।
दमोह अब जुआ-सट्टा की मंडी में तब्दील होता जा रहा है। क्रिकेट पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सट्टा खिलाने से लेकर गली-कूचों में ताश और मटका-सटका तक बेरोकटोक चल रहा है। बीते वर्षों में कटनी एटीएस और जबलपुर पुलिस ने दमोह से जुड़े कई सटोरियों को पकड़ा था, लेकिन दमोह पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इससे साफ है कि दमोह अब बड़े सटोरियों का सुरक्षित अड्डा बन चुका है।

ताज़ा मामला पथरिया का
इधर, पथरिया थाना क्षेत्र में हिंडोरिया थाना प्रभारी धर्मेंद्र गुर्जर, दमोह पुलिस और पथरिया पुलिस की संयुक्त टीम ने दबिश देकर एक दर्जन से अधिक जुआरियों को पकड़ा और हजारों की जप्ती की। यह बताता है कि जिले में जुआ पर कार्रवाई संभव है, लेकिन सवाल उठता है कि जब ब्लॉकों में कार्रवाई हो सकती है, तो शहर में क्यों नहीं?
बड़ा सवाल – मिलीभगत या लापरवाही?
दमोह की जनता अब यही सवाल पूछ रही है कि क्या शहर में जुआ-सट्टा पुलिस की मर्जी और संरक्षण से संचालित हो रहा है? अगर नहीं, तो आखिरकार दमोह नगर में दबिश क्यों नहीं दी जाती?
|
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space



