दमोह जनपद की बांसा देवरान में सरकारी शराब दुकान दो दिन से बंद — अवैध शराब माफिया हावी, गुणवत्ता हीन शराब पीने को मजबूर लोग!
1 min read
|
😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊
|

दमोह जनपद की बांसा देवरान में सरकारी शराब दुकान दो दिन से बंद — अवैध शराब माफिया हावी, गुणवत्ता हीन शराब पीने को मजबूर लोग!
दमोह। जिले में इन दिनों अवैध शराब बिक्री का कारोबार इतनी तेजी से फैल चुका है कि अब सरकारी ठेकेदार भी खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। दमोह जनपद की बांसा देवरान स्थित शासकीय शराब दुकान पिछले दो दिनों से बंद पड़ी हुई है। ठेकेदारों का कहना है कि अवैध शराब माफिया द्वारा सस्ती और घटिया शराब खुलेआम बेची जा रही है, जिससे उनकी बिक्री ठप पड़ गई है और नुकसान झेलना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक, अवैध शराब न केवल सस्ती दरों पर मिल रही है बल्कि उसकी गुणवत्ता बेहद खराब है। यह शराब लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। मिलावटी और जहरीली शराब के सेवन से कभी भी जनहानि होने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन और आबकारी विभाग की लापरवाही उजागर
जनता का कहना है कि जिले में शायद ही कोई क्षेत्र बचा हो जहां अवैध शराब की बिक्री न हो रही हो। इन पर रोक लगाने की जिम्मेदारी आबकारी विभाग की है, लेकिन विभाग के अधिकारी अब तक निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। परिणामस्वरूप, सरकार को प्रतिदिन हजारों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

सूत्रों के अनुसार, जनपद सदस्य के पति और ससुर पर लंबे समय से अवैध शराब बिक्री के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन कार्रवाई न होने के कारण अब इनका नेटवर्क और मजबूत हो गया है। इससे तंग आकर शासकीय ठेका संचालक ने अपनी दुकान बंद कर दी है।
जिम्मेदारी कौन लेगा अगर हुई जनहानि?
लोगों का कहना है कि जब सस्ती शराब बेची जाएगी तो उसमें मिलावट होना तय है। ऐसे में यदि किसी की जान जाती है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा — यह बड़ा सवाल है।

अधिकारियों ने टालमटोल किया जवाब
इस संबंध में जब जिला कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर से बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि “मैं आबकारी विभाग से बात करता हूं।” लेकिन एक दिन बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई और दुकान आज भी बंद रही।
वहीं, जब आबकारी विभाग के आला अधिकारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने छुट्टी पर होने की बात कहते हुए जानकारी देने से इनकार कर दिया। आज दिनांक तक विभाग की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है।
प्रश्न वही: कब होगी कार्रवाई?
अब देखना यह होगा कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस गंभीर मामले पर कब तक कार्रवाई करते हैं या फिर रसूखदार अवैध शराब माफियाओं के दबाव में यह मामला ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
|
Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें |
Advertising Space



