मजबूर लोगों का कर रहे 108 के ड्राइवर शोषण जननी महिला को घर छोड़ने के ले रहे 108 के ड्राइवर पैसा। डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
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मजबूर लोगों का कर रहे 108 के ड्राइवर शोषण जननी महिला को घर छोड़ने के ले रहे 108 के ड्राइवर पैसा।
दमोह जिला अस्पताल आए दिन सुर्खियों में बना रहता है यही वजह है कि लोगों का गुस्सा भी कई बार जिला अस्पताल के कर्मचारियों पर फूट पड़ता है जिससे जिला अस्पताल के कर्मचारी काम बंद कर मरीजों के परिजनों पर एफ आई आर दर्ज करा देते है। लेकिन मरीजों के परिजनों के साथ जिला अस्पताल में किस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा कि मजबूर परिजन आखिर क्यों अस्पताल के स्टाफ पर नाराज हो जाते हैं जबकि अस्पताल में लोग अपने मरीज को लेकर आते हैं वह लोग वैसे ही परेशान होते हैं वह किसी से लड़ने झगड़ने के लिए अस्पताल नहीं आते जब अस्पताल प्रबंधन द्वारा और अस्पताल के स्टाफ द्वारा उनके साथ लगातार अभद्रता व लूट घसूट होती है और उन्हें प्रॉपर देखरेख नहीं मिलती अस्पताल स्टाफ भी उनके साथ इंसानों जैसा व्यवहार भी नहीं करते।
तो परिजन गुस्से में अगर कुछ अस्पताल स्टाफ से कह दे तो अस्पताल स्टाफ द्वारा संगठित होकर उसके खिलाफ f.i.r. करा देते हैं। जबकि बीते दिनों एक मरीज के परिजन के साथ जिला अस्पताल स्टाफ द्वारा अभद्रता की गई जिसकी एफ आई आर कराने सिटी कोतवाली गया लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।
अब बात करते हैं दमोह जिला अस्पताल में चलने वाली 108 एंबुलेंस के ड्राइवरों द्वारा मरीजों को घर छोड़ने के नाम पर पैसे लिए जाते हैं। जबकि मध्यप्रदेश शासन की मनसा और योजना अनुसार गर्भवती महिला के गर्भ धारण के पहले माह से ही जितनी बार भी उसे अस्पताल चेकअप के लिए जाना हो उतनी बार उसे सरकार द्वारा 108 एंबुलेंस से चेकअप करा कर घर छोड़ने जैसी बढ़िया स्कीम चल रही है जिस योजना को सरकार की महत्वपूर्ण योजना कहा जाता है लेकिन ऐसी महत्वपूर्ण योजना में भी एंबुलेंस के ड्राइवर लोग भी आपदा में अवसर तलाश लेते हैं।
जिला अस्पताल में डिलीवरी के बाद ड्रॉव वेक केस की फर्जी आईडी की मदद से किसी को भी कहीं भी छोड़ने के पैसे ले लेते हैं। पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें 108 प्राइवेट अस्पताल में से मरीज उठा कर ले जा रहा था उससे जब मरीज की डिटेल मांगी तो उसके पास डिटेल के नाम पर कुछ नहीं था। आज दमोह जिला अस्पताल का एक वीडियो फिर वायरल हुआ है जिसमें डिलीवरी के बाद जच्चा बच्चा को छोड़ने के लिए पहले ₹500 मांगे गए उसके बाद₹300 में बात हुई इसका वीडियो वायरल हो रहा है ड्राइवर खुलकर कह रहा है कि₹300 तो हम लोग लोकल के ही ले लेते हैं आपको तो फिर भी इमलाई तक जाना है इस पर मरीज के परिजन कह रहे हैं कि अगर आप ऐसे ही दो सो ₹300 हर मरीज से लेते हैं तो रोज के आप कितने मरीज छोड़ते हैं तो ड्राइवर कह रहा है हजारों मरीज छोड़ता हूं और लाखों रुपए कमाता हूं आपको इससे क्या चलना हो तो चलो नहीं तो कोई और इंतजाम कर लो। सरकार की महत्वपूर्ण 108 योजना में पलीता लगाने वाले 108 के ड्राइवर और 108 लाइसेंसी एजेंसियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि सरकार की महत्वपूर्ण योजना गरीबों को फ्री में उपलब्ध हो सके और गरीब परेशान ना हो।
जिससे वह सरकार को दुआओं के साथ सरकार को वोट भी दे सरकार की महत्वपूर्ण योजना में पलीता लगाने वाले ऐसे कर्मचारियों पर अब समाचार और वीडियो वायरल होने के बाद देखना होगा क्या कार्यवाही की जाती है।
मुख्यमंत्री द्वारा एक ओर लाडली बहना योजना चलाई जा रही है तो उन्हीं के प्रदेश में लाडली बहनाओ को डिलीवरी के बाद घर लाने व ले जाने के पैसे मांगे जा रहे हैं 108 ड्राइवर द्वारा पैसे मांगे जाने का वीडियो हुआ वायरल देखें शिवराज मामा।
इस वायरल वीडियो की पुष्टि हमारा डेंजर भारत चैनल नहीं करता।
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