दमोह जिले के सभी ईट भट्टों पर और किराना होलसेल व्यापारी अपने यहां करा रहे बाल मजदूरी एक दिवसीय कार्यक्रम कागजों में संपन्न! डेंजर भारत प्रमुख तनुज पाराशर
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बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर जागरूकता एवं
एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
दमोह जिले के सभी ईट भट्टों पर और किराना होलसेल व्यापारी अपने यहां करा रहे बाल मजदूरी एक दिवसीय कार्यक्रम कागजों में संपन्न!
दमोह जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रम विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग दमोह द्वारा गतदिवस बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर जागरूकता एवं एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया लेकिन यह कार्यक्रम कागजों तक ही सीमित रहा दमोह जिले में होटलों के निरीक्षण और किराना दुकानों की होलसेल व्यापारियों के यहां और ईट भट्टों पर कार्य करने वाले बाल बाल श्रमिकों पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं अगर ध्यान होता तो कागजों में!
विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रम विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग दमोह द्वारा गतदिवस बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया अगर श्रम विभाग द्वारा खुद ही इन 3 जगहों की जांच की जाती तो इन्हें ढेरों बाल मजदूर मिल जाते लेकिन इन्हें तो सिर्फ अपने दिवस पर अपनी पीठ थपथपाने के लिए जागरूकता दिवस मनाया गया जमीनी स्तर पर इस विभाग द्वारा कोई भी ऐसे कार्य नहीं किए जा रहे हैं जिससे बाल मजदूरी रोकी जा सके!
दमोह में होलसेल किराना व्यापारी दमोह नगर में डिलीवरी कराने के लिए हाथ ठेले की जगह 3000 रुपए प्रतिमाह पर में बाल मजदूरी करा रहे हैं क्योंकि यही माल अगर हाथ ठेले से भेजा जाए तो एक दुकान पर माल भेजने के इन्हें सौ से डेढ़ सौ रुपए लगते हैं यही वजह है कि होलसेल व्यापारी अपने यहां छोटे बाल मजदूर रखकर उनसे साइकिलों से दमोह के सभी वार्डों में भेजकर अपनी माल की सप्लाई कराते हैं बदले में उन्हें महीने में ₹3000 दिए जाते हैं जबकि एक डिलीवरी का उनका चार्ज 100 रुपए से डेढ़ सौ रुपए होता है यही वजह है कि दमोह के सभी होलसेल व्यापारी अपनी दुकान पर बाल मजदूरी करा रहे है होटल में भी बर्तन मांजने से लेकर होटलों में आने वाले व्यक्तियों को भोजन और नाश्ता सर्व करने से लेकर इसके साथ ही काउंटर से लेकर खाने की टेबल साफ करने से लेकर झाड़ू पोछा तक इन होटलों में बाल मजदूरी कराई जाती है ईट भट्टों पर इस भीषण गर्मी के दौर में जब लोग अपने घर से बाहर निकलने में सोच रहे हैं तब 45 डिग्री के तापमान में ईट भट्टों में बाल मजदूरी कराई जा रही है जब शहर का तापमान 45 डिग्री है तो आप खुद ही समझ सकते हैं कि ईट भट्टे पर तापमान कितना होगा अगर यह कार्यक्रम जागरूकता अभियान के अंतर्गत किया गया है तो हमारा यह समाचार ही जागरूकता फैलाने के लिए ही किया गया है कि प्रशासन जागरुक हो और अन्य जगहों पर जांच करा कर कार्यवाही करें
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