गैरों पर रहम अपनों पर सितम ऐ साहिब यह ठीक नहीं। इसी तरह के आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने दिया धरना।
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गैरों पर रहम अपनों पर सितम ऐ साहिब यह ठीक नहीं। इसी तरह के आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने धरना देते हुए कहा कि दमोह पुलिस द्वारा कांग्रेसियों के साथ रेस्ट हाउस में पार्टियां होती हैं और थानों में कोल्ड ड्रिंक पिलाई जाती है।
और यह आरोप भी लगाए गए की भगवती मानव संगठन के लोग शराब पकड़ते हैं जबकि दमोह पुलिस शराब पकड़ नहीं पाती बल्कि संगठन के ही लोगों को पुलिस डराती धमकाती है, मुलजिम बनाती है। दमोह में ट्रैफिक के नाम पर ट्रैफिक पुलिस चौराहों पर अवैध वसूली करती है। रेत के ट्रैक्टर और डंपरों से वसूली का क्रम बहुत पहले से चल रहा है। थानों में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कम और कांग्रेस के लोगों को ज्यादा तवज्जो दी जाती है इसी तरह के आरोपों के साथ विगत दिवस बीजेपी कार्यकर्ता भाजयुमो नगर अध्यक्ष राजुल चौरहा के ऊपर ट्रैफिक पुलिस सूबेदार अभिनव साहू द्वारा की गई चालानी कार्यवाही के विरोध में भाजपा जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी, संजय सेन, मोंटी रैकवार, श्याम शिवहरे के नेतृत्व में यातायात थाने के सामने धरने पर बैठ गए और दमोह पुलिस की कार्यप्रणाली के विरोध में नारेबाजी करने लगे। अंत में पुलिस अधीक्षक के आने और ट्रैफिक सूबेदार को हाजिर निलंबित कर लाइन अटैच करने के बाद ही धरना समाप्त किया गया। बीजेपी पदाधिकारियों द्वारा धरने प्रदर्शन को दमोह पुलिस कप्तान की नैतिक जिम्मेदारी करार दिया गया और ट्रैफिक सूवेदार के निलंबन को एकजुटता की जीत की तरह देखा गया। वहीं दूसरी पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा इस प्रकरण से अपनी पार्टी पदाधिकारियों को कुछ सीख लेने की टिप्पणी सोसल मीडिया में करते देखा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व भाजयुमो जिला अध्यक्ष भरत यादव की माता का देहांत हो गया था, उन्हीं के घर बैठने भाजयुमो नगर अध्यक्ष राजुल जा रहे थे तभी ट्रैफिक सूवेदार अभिनव साहू की टीम द्वारा उन्हें चैकिंग हेतु रोक लिया गया और बाद प्रतिवाद की दशा में चालानी कार्यवाही की गई थी। इसी से नाराज होकर बीजेपी पदाधिकारी सूवेदार अभिनव साहू पर कार्यवाही कराने दबाव की राजनीति के तहत यातायात थाने में धरना प्रदर्शन के लिए बैठ गए थे।
भारतीय जनता पार्टी जब इस तरह के धरने प्रदर्शन करती है तो कई सवाल खड़े हो जाते हैं।
जैसे कि दमोह जिले की जनता को पेपरों के माध्यम से सभी को पता है कि सरकारी जगह पर भू माफिया कब्जा किए हुए हैं दमोह के जबलपुर सागर बाईपास पर जो जगह सरकार द्वारा सीएम राइम्स स्कूल के लिए चिन्हित की गई है ऐसे भू माफियाओं के खिलाफ भी धरना प्रदर्शन क्यों नहीं किए गए जबकि उस स्कूल के खुलने से लाखों गरीब बच्चे हाई एजुकेशन और अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं ऐसे गरीब बच्चों के भविष्य पर भूमाफिया कब्जा किए हुए हैं अब देखना होगा भारतीय जनता पार्टी के यह सदस्य इस बात को लेकर कब धरने पर बैठते हैं।
सवाल यह उठता है कि जब नेताओं को पता है कि दमोह पुलिस के द्वारा आम नागरिकों से ऐंसी अवैध वसूली की जा रही है तो अभी तक आम जनता के लिए क्यों नहीं धरना प्रदर्शन किया गया? और आखिर किसकी शह पर पुलिस इस तरह के अवैध कार्य कर रही है?
*दमोह एसपी का कहना है*
“बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा दमोह पुलिस पर जो अवैध वसूली के आरोप लगाये गये हैं वे मेरे सामने नहीं कहे गये। जिसे कुछ कहना है वह जांच अधिकारी के सामने उपस्थित होकर कह सकता है। निलंबन कोई सजा नहीं है, जांच में जो तथ्य सामने आयेंगे उस अनुसार कार्यवाही की जायेगी” – डी आर तेनीवाल, पुलिस अधीक्षक दमोह
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